लिंग व त्याचे प्रकार सोप्या पध्दतीने उदाहरणासह मराठी व्याकरण Marathi Grammar
लिंग | ling in marathi, ling information in marathi
| ling mahiti marathi , लिंग ओळखा
‘नामाच्या रूपावरून एखादी वस्तू वास्तविक अगर काल्पनिक पुरुष जातीची आहे, की स्त्री जातीची आहे की दोन्हींपैकी कोणत्याच जातीची नाही, हे ज्यावरून कळते त्याला लिंग असे म्हणतात.
सूचना:- लिंग याचा अर्थ ‘खूण’ किंवा ‘चिन्ह’ असा आहे. लिंग, वचन व विभक्तीमुळे नामाच्या रूपात जो बदल होतो,
त्याला नामाचे ‘विकरण’ असे म्हणतात.
टीप :- लिंग नामाच्या रूपावरून ओळखले जाते.
लिंगाचे खालील तीन प्रकार पडतात.
१. पुल्लिंग
२. स्त्रीलिंग
३.नपुंसकलिंग
१. पुल्लिंग :
पुरुष किंवा नर जातीचा बोध करून देणाऱ्या शब्दाला पुल्लिंग असे म्हणतात. वस्तू किंवा काल्पनिक घटकांवरही बऱ्याचदा पुरुषत्वाचा आरोप केला जातो. त्यावेळी ते पुल्लिंगी मानले जातात. लिंगनिश्चितीच्या बाबतीत मराठी व्याकरणात निश्चित असे नियम पाळले गेले नाहीत, म्हणून ‘तो’ हे सर्वनाम ज्या घटकासाठी वापरले जाते ते पुल्लिंगी मानावे.
उदा. मुलगा, घोडा, फळा, चिमणा, मृत्यू
२. स्त्रीलिंग :
स्त्री किंवा मादी जातीचा बोध करून देणाऱ्या शब्दांना स्त्रीलिंग असे म्हणतात. काही वस्तू व भाववाचक नामेसुद्धा स्त्रीलिंगी मानली जातात. सामान्यपणे ‘ती’ या सर्वनामांचा वापर ज्या नामांसाठी केला जातो, त्यांना स्त्रीलिंगी नामे म्हणतात.
उदा. मुलगी, घोडी, फळी, चिमणी, श्रीमंती
३. नपुंसकलिंगी :
एखाद्या नामावरून नर वा मादी असा कोणताच बोध होत नसेल तर ते नपुंसकलिंगी मानतात. तृतीय पु. एकवचनी ‘ते’ सर्वनाम ज्याच्यासाठी वापरले जाते, त्याला नपुंसकलिंगी मानतात.
उदा. पुस्तक, फूल, मूल, वासरू, गवत इ.
वस्तूंचे लिंग काल्पनिक तर प्राण्यांचे लिंग वास्तविक असते.
१. ‘आ’ कारान्त पुल्लिंगी प्राणिवाचक नामाचे स्त्रीलिंगी रूप ‘ई’ कारान्त व नपुंसकलिंगी रूप ‘ए’ कारान्त होते.
पु. | स्त्री. | नपु. |
मुलगा | मुलगी | मुलगे |
पोरगा | पोरगी | पोरगे |
कुत्रा | कुत्री | कुत्रे |
घोडा | घोडी | घोडे |
२. काही प्राणिवाचक पुल्लिंगी शब्दांस ‘ईण’ प्रत्यय लागून त्यांची स्त्रीलिंगी रूपे होतात.
पु. | स्त्री. |
सुतार | सुतारीण |
पाटील | पाटलीण |
कुंभार | कुंभारीण |
वाघ | वाघीण |
तेली | तेलीण |
माळी | माळीण |
३. काही प्राणिवाचक ‘अ’ कारान्त पुल्लिंगी नामांची स्त्रीलिंगी रूपे ‘ई’ कारान्त होतात.
पु. | स्त्री. |
हंस | हंसी |
बेडूक | बेडकी |
दास | दासी |
गोप | गोपी |
तरुण | तरुणी |
वानर | वानरी |
४.काही ‘आ’ कारान्त पुल्लिंगी पदार्थवाचक नामांना ‘ई’ प्रत्यय लागून त्यांची लघुत्वदर्शक स्त्रीलिंगी रूपे बनतात.
पु. | स्त्री. |
लोटा | लोटी |
आरसा | आरशी |
गाडा | गाडी |
खड़ा | खड़ी |
दांडा | दांडी |
फळा | फळी |
५. संस्कृतमधून मराठीत आलेल्या नामांची स्त्रीलिंगी रूपे ‘ई’ प्रत्यय लागून होतात.
पु. | स्त्री. |
राजा | राज्ञी |
युवा | युवती |
श्रीमान | श्रीमती |
विद्वान | विदुषी |
६. काही शब्दांची स्त्रीलिंगी रूपे खालीलप्रमाणे स्वतंत्र रीतीने होतात.
पु. | स्त्री. |
पुरुष | स्त्री |
नर | नारी/ मादी |
पती | पत्नी |
राजा | राणी |
कवी | कवयित्री |
वाघ्या | मुरळी |
पुत्र | कन्या |
बैल | गाय |
मुलगा | सून |
बंधू | भगिनी |
भाऊ | बहीण |
गृहस्थ | गृहिणी |
विधुर | विधवा |
जनक | जननी |
मोर | लांडोर |
नातू | नात |
उंट | सांडणी |
पोपट | मैना |
रेडा | म्हैस |
खोंड | कालवड |
साधू | साध्वी |